Gold: सुबह की चाय के साथ जब यह खबर सामने आई कि सोने का भाव एक बार फिर रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1,21,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है, तो हर किसी के चेहरे पर हैरानी और उत्सुकता दोनों झलक उठी। भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि एक भावना है सुरक्षा, परंपरा और निवेश का प्रतीक। ऐसे में इसका अचानक बढ़ना लोगों के दिलों और जेब दोनों को प्रभावित कर गया है।
क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत

इस बार सोने की कीमतों में उछाल के पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है अमेरिकी डॉलर की कमजोरी। जब डॉलर गिरता है, तो वैश्विक स्तर पर निवेशक सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोना खरीदने लगते हैं। इसके साथ ही, अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की संभावना और चीन की ओर से भारी सोना खरीदी ने भी इस तेजी को बढ़ावा दिया है।
इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक अनिश्चितताओं ने भी निवेशकों को सोने की ओर मोड़ दिया है। यह वही दौर है जब सोने को “सेफ हेवन” कहा जाता है एक ऐसी जगह जहाँ जोखिम कम और भरोसा ज्यादा होता है।
त्योहारों का मौसम और घरेलू मांग
भारत में त्योहारों का सीजन शुरू होते ही सोने की मांग में स्वाभाविक बढ़ोतरी देखी जाती है। नवरात्रि, दशहरा और दीपावली जैसे त्योहारों में सोना खरीदना शुभ माना जाता है। इसी वजह से देशभर के सराफा बाजारों में रौनक लौट आई है। ग्राहक लगातार दुकानों पर पहुंच रहे हैं, और मांग बढ़ने से कीमतों पर और दबाव बन रहा है।
सोने की इस बढ़ती मांग ने न केवल बाजार में हलचल मचाई है बल्कि निवेशकों के बीच नई उम्मीदें भी जगा दी हैं। बहुत से लोग इसे एक लंबी अवधि का सुरक्षित निवेश मान रहे हैं।
देशभर में क्या हैं ताज़ा दाम
दिल्ली में 24 कैरेट सोने का दाम आज लगभग ₹1,22,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि 22 कैरेट सोना करीब ₹1,12,000 पर बिक रहा है। मुंबई में भी लगभग यही स्थिति है। पटना, लखनऊ और जयपुर जैसे शहरों में दाम थोड़ा कम हैं, लेकिन सभी जगह सोने ने नया रिकॉर्ड बना लिया है।
चेन्नई और बेंगलुरु में भी 24 कैरेट सोना ₹1,21,500 से ऊपर पहुंच गया है। 10 ग्राम के हिसाब से यह अब तक का सबसे ऊँचा स्तर माना जा रहा है।
निवेशकों और आम लोगों पर असर
सोने के दाम बढ़ने से आम परिवारों के बजट पर असर पड़ना स्वाभाविक है। शादी-ब्याह या त्योहारों के लिए जो लोग आभूषण खरीदने का सोच रहे थे, उनके लिए यह समय थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है। वहीं, पुराने निवेशक जो पहले से सोना खरीद चुके हैं, उनके लिए यह सुनहरा मौका है क्योंकि उनके निवेश का मूल्य अब पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है।
कई लोग इस समय सोना बेचकर मुनाफा कमाने की सोच रहे हैं, जबकि कुछ इसे और खरीदने की योजना बना रहे हैं ताकि भविष्य में कीमतें और बढ़ने पर लाभ हो सके।
क्या आगे भी ऐसे ही बढ़ेगा सोना
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डॉलर कमजोर रहता है और ब्याज दरें घटती हैं, तो सोना निकट भविष्य में और बढ़ सकता है। हालांकि, यह भी संभव है कि अगर वैश्विक आर्थिक स्थिति सुधरती है, तो कुछ सुधार (correction) देखने को मिल सकता है।
इसलिए निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता का है। जल्दबाजी में खरीदारी करने के बजाय थोड़ी रणनीति और धैर्य अपनाना समझदारी होगी। अगर निवेश करना ही है, तो आभूषणों के बजाय गोल्ड ETF या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसी योजनाएं ज्यादा सुरक्षित विकल्प हो सकती हैं।
सोना सिर्फ धातु नहीं, भरोसे की कहानी है

हर भारतीय घर में सोना सिर्फ एक निवेश नहीं, बल्कि भावनाओं की विरासत है। यह माँ की साड़ी में लिपटा आभूषण है, दादी की निशानी है, बेटी की शादी का सपना है। जब इसकी कीमत बढ़ती है, तो सिर्फ बाजार नहीं, दिल भी हलचल में आ जाते हैं।
इस बार सोने की यह चमक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद उम्मीद की किरण लेकर आई है। चाहे आप निवेशक हों या आम खरीदार, सोना अब भी वह भरोसेमंद साथी है जो वक्त के साथ और ज्यादा कीमती होता जा रहा है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक समाचार रिपोर्टों और बाजार रुझानों पर आधारित है। सोने की कीमतें समय, स्थान और टैक्स के अनुसार बदल सकती हैं। निवेश या खरीदारी से पहले अपने स्थानीय ज्वेलर या वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।
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